मन की मुरादें, पूरी कर माँ(Mann Mi Muraden Poori Kar Maa)

मन की मुरादें, पूरी कर माँ,

दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा,

हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।


तू है दाती दान देदे,

मुझ को अपना जान कर ।

भर दे मेरी झोली खाली,

दाग लगे ना तेरी शान पर ।

सवा रुपया और नारीयल,

मैं तेरी भेंट चढ़ाउंगी ॥


मन की मुरादें, पूरी कर माँ,

दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा,

हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।


छोटी छोटी कन्याओं को,

भोग लगाऊं भक्ति भाव से ।

तेरा जगराता कराऊं,

मैं तो बड़े चाव से ।

लाल द्वजा लेकर के माता,

तेरे भवन पे लहराउंगी ॥


मन की मुरादें, पूरी कर माँ,

दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा,

हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।


महिमा तेरी बड़ी निराली,

पार न कोई पाया है ।

मैंने सुना है, ब्रह्मा, विष्णु शिव ने,

तेरा गुण गाया है ।

मेरी औकात क्या है,

तेरी माँ बात क्या है,

कैसे तुझ को भुलाउंगी ॥


मन की मुरादें, पूरी कर माँ,

दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा,

हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।


लाल चोला लाल चुनरी,

लाल तेरे लाल हैं ।

तेरी जिस पर हो दया माँ,

वो तो मालामाल है ।

श्यामसुंदर और लक्खा बालक हैं तेरे,

उनको भी संग मैं लाउंगी ॥


मन की मुरादें, पूरी कर माँ,

दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा,

हलवे का भोग मैं लगाउंगी ।


........................................................................................................
बना दे बिगड़ी बात, मेरे खाटू वाले श्याम (Bana De Bidagi Baat Mere Khatu Wale Shyam)

बना दे बिगड़ी बात,
मेरे खाटू वाले श्याम,

नवरात्रि सरस्वती पूजा 2024: शारदीय नवरात्रि के सांतवे दिन से होती है सरस्वती पूजा की शुरूआत, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है। इन नौ दिन मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी।

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ (Tumhi Me Ye Jivan Jiye Ja Raaha Hoon)

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ
जो कुछ दे रहें हो लिए जा रहा हूँ ॥

महाकाल की बारात में (Mahakal Ki Barat Mein)

डम ढोल नगाड़ा बाजे,
झन झन झनकारा बाजे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख