मेरा भोला हे भंडारी, जटाधारी अमली (Mera Bhola Hai Bhandari Jatadhari Amali)

मेरा शिव भोला भंडारी,

जटाधारी अमली,

जटाधारी अमली,

जटाधारी अमली,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


कहाँ रहे तेरा बैल नंदीया,

कहाँ रहे गणेश,

कहाँ रहे मेरा भोला शंकर,

लम्बे लम्बे केश,

उसदा जोगीयां वाला भेष,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


वन में रहे मेरा बैल नंदीया,

मंदिर रहे गणेश,

ऊपर कैलाशा भोले शंकर,

लम्बे लम्बे केश,

उसदा जोगीयां वाला भेष,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


क्या खाए मेरा बैल नंदीया,

खाए गणेश,

क्या खाए मेरा भोला शंकर,

लम्बे लम्बे केश,

उसदा जोगीयां वाला भेष,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


घास खाए मेरा बैल नंदीया,

लड्डू खाए गणेश,

भंग पीये मेरा भोला शंकर,

लम्बे लम्बे केश,

उसदा जोगीयां वाला भेष,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


मेरा शिव भोला भंडारी,

जटाधारी अमली,

जटाधारी अमली,

जटाधारी अमली,

मेरा शिव भोंला भंडारी,

जटाधारी अमली ॥


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बिगड़ी मेरी बना जा, ओ शेरोवाली माँ (Bigdi Meri Bana Ja O Sheronwali Maa)

बिगड़ी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ,

धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है (Dhul Lo Paanv Raghav Ji Agar Jo Paar Jana Hai)

धुला लो पाँव राघव जी,
अगर जो पार जाना है,

अथ चौरासी सिद्ध चालीसा - गोरखनाथ मठ (Ath Chaurasi Siddha Chalisa - Gorakhnath Math)

श्री गुरु गणनायक सिमर, शारदा का आधार।
कहूँ सुयश श्रीनाथ का, निज मति के अनुसार।

माघ माह में स्नान का क्या है धार्मिक महत्व

माघ का महीना हिंदू धर्म में पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस महीने में स्नान करने का विशेष महत्व है, जिसे माघ स्नान कहते हैं। मान्यता है कि माघ महीने में देवता पृथ्वी पर आते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

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