मेरा तो बस एक सहारा, राम ए माँ (Mera To Bas Ek Sahara Ram Ae Maa)

मेरा तो बस एक सहारा,

राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ ॥


कलयुग के में नाम सहारा,

राम ए माँ,

जग का पालनहारा,

मेरा राम ए माँ,

यो है सबते न्यारा मेरा,

राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ ॥


कौशल्या का राज दुलारा,

राम ए माँ,

सबकी आँख का तारा,

मेरा राम ए माँ,

भोले ने है प्यारा मेरा,

राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ ॥


जग ने बहुत सताया,

तू तो जाणे माँ,

सारे जगत पराया,

तू सब जाणे माँ,

जिसने साथ निभाया,

वो सै राम ऐ माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ ॥


मेरा तो बस एक सहारा,

राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ,

लागे सबते प्यारा,

मेरा राम ए माँ ॥

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आमलकी एकादशी पूजा विधि

फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर आमलकी एकादशी का व्रत किया जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ-साथ आंवले के पेड़ की पूजा का भी विशेष महत्व है।

श्री सरस्वती मैया की आरती

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।
सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥

गुरु शिव को बना लीजिए (Guru Shiv Ko Bana Lijiye)

गुरु शिव को बना लीजिए,
भक्ति से घर सजा लीजिये ॥

सज रही मेरी अम्बे मैया - माता भजन (Saj Rahi Meri Ambe Maiya Sunahare Gote Mein)

सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में ।
सुनहरी गोटे में, सुनहरी गोटे में,

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