मेरे घर राम आये है (Mere Ghar Ram Aaye Hai)

मेरी चौखट पे चलके आज,

चारों धाम आए है,

बजाओ ढोल स्वागत में,

मेरे घर राम आये है,

कथा शबरी की जैसे,

जुड़ गई मेरी कहानी से,

ना रोको आज धोने दो चरण,

आँखों के पानी से,

बहुत खुश है मेरे आंसू,

के प्रभु के काम आए है,

बजाओ ढोल स्वागत में,

मेरे घर राम आए है ॥


तुमको पा के क्या पाया है,

श्रष्टि के कण कण से पूछो,

तुमको खोने का दुःख क्या है,

कौशल्या के मन से पूछो,

द्वार मेरे ये अभागे,

आज इनके भाग जागे,

बड़ी लम्बी इन्तेज़ारी हुई,

रघुवर तुम्हारी तब,

आयी है सवारी,

संदेशे आज खुशियों के,

हमारे नाम आये है,

बजाओ ढोल स्वागत में,

मेरे घर राम आये है ॥


दर्शन पा के हे अवतारी,

धन्य हुए है नैन पुजारी,

जीवन नैया तुमने तारी,

मंगल भवन अमंगल हारी,

निर्धन का तुम धन हो राघव,

तुम ही रामायण हो राघव,

सब दुःख हरना अवध बिहारी,

मंगल भवन अमंगल हारी,

चरण की धुल लेलूँ मैं,

मेरे भगवन आये है,

बजाओ ढोल स्वागत में,

मेरे घर राम आए है ॥


मेरी चौखट पे चलके आज,

चारों धाम आए है,

बजाओ ढोल स्वागत में,

मेरे घर राम आये है,

मेरे घर राम आये है ॥

........................................................................................................
धनु संक्रांति सूर्य अर्घ्य में क्या चढ़ाएं

पंचाग के अनुसार साल में 12 संक्रांतियां होती हैं। इन्हीं में से एक धनु संक्रांति है जो इस वर्ष 15 दिसंबर को पड़ रही है। धनु संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं और इसी दिन से खरमास शुरू होता है।

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ (Tumhi Me Ye Jivan Jiye Ja Raaha Hoon)

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ
जो कुछ दे रहें हो लिए जा रहा हूँ ॥

लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगाली(Leke Pooja Ki Thali Jyot Man Ki Jagali)

लेके पूजा की थाली
ज्योत मन की जगा ली

है मतवाला मेरा रखवाला (Hai Matwala Mera Rakhwala)

है मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।