राधाकृष्ण प्राण मोर युगल-किशोर( RadhaKrishn Prana Mora Yugal Kishor)

राधाकृष्ण प्राण मोर युगल-किशोर ।

जीवने मरणे गति आर नाहि मोर ॥


कालिन्दीर कूले केलि-कदम्बेर वन ।

रतन वेदीर उपर बसाब दुजन ॥


श्याम गौरी अंगे दिब चन्दनेर गन्ध ।

चामर ढुलाब कबे हेरिब मुखचन्द्र ॥


गाँथिया मालतीर माला दिब दोंहार गले ।

अधरे तुलिया दिब कर्पूर ताम्बूले ॥


ललिता विशाखा आदि यत सखीवृन्द ।

आज्ञाय करिब सेवा चरणारविन्द ॥


श्रीकृष्णचैतन्य प्रभुर दासेर अनुदास ।

सेवा अभिलाष करे नरोत्तमदास ॥

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माता जानकी के जन्म से जुड़ी कथा

माता जानकी का जन्म अष्टमी तिथि को हुआ था, जब राजा जनक ने एक दिन खेत जोतते समय एक कन्या को पाया। उन्होंने उसे अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार किया और उसका पालन-पोषण किया।

मेरा संकट कट गया जी (Mera Sankat Kat Gaya Ji)

मेरा संकट कट गया जी,
मेहंदीपुर के दरबार में,

थाईपुसम क्यों मनाया जाता है

हिंदू धर्म में, थाईपुसम एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। यह त्योहार विशेषकर तमिल समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह त्योहार माघ माह के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शंकर भगवान के बड़े पुत्र भगवान मुरुगन यानि कार्तिकेय की पूजा की जाती है।

राम नाम जपते है, मस्ती में रहते है(Ram Naam Japte Hai Masti Mein Rehte Hain)

राम नाम जपते है,
मस्ती में रहते है,

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