Mere Ladle Ganesh Pyare Pyare (मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे)

मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे

भोले बाबा जी की आँखों के तारे

प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना

॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ॥


तेरी काया कंचन कंचन,

किरणों का है जिसमे बसेरा।

तेरी सूंड सुंडाली मूरत,

तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा ।

तेरी महिमा अपरम्पार,

तुझको पूजे ये संसार ।

प्रभु अमृत रस बरसा जाना, आ जाना ।

॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ॥


प्रभु भजन तुम्हारे गाएं,

सबसे पहले हम तुमको मनाएं ।

धुप दीपो की ज्योति जलाएं,

मन मंदिर मे झांकी सजाएं ।

मेरे भोले भगवान,

दे दो भक्ति का दान ।

प्रभु नैया पार लगा जाना, आ जाना ।

॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ॥


मेरे विधन विनाशक देवा,

सबसे पहले करें तेरी सेवा ।

सारे जग मे आनंद छाया,

बोलो जय जय गजानंद देवा ।

बाजे सुर और ताल,

तेरा गुण गाये संसार ।

घुंघरू की खनक खनक जाना, आ जाना ।

॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ॥

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गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय(Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai)

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राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय ॥ १ ॥

अन्नपूर्णा जयंती पर क्या दान करें

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ललिता चालीसा का पाठ

ललिता जयंती का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ललिता माता आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी जगत जननी हैं। मान्यता है कि देवी के दर्शन मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन (Parishram Kare Koi Kitana Bhi Lekin)

परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन,
कृपा के बिना काम चलता नहीं है ।

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