मेरे प्रभु राम आये हैं(Mere Prabhu Ram Aye Hain)

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

सिया वर रामचंद्र की जय

प्रभु रामचंद्र की जय


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध मे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


संग सिया लक्ष्मण को लेकर

अंजनी पुत्र भी आये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


कितने दिनों से बाट निहारूं

मंदिर खूब सजाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


ऐसे बसो मन अंतर्मन प्रभुजी

राहों में दीप जलाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध हे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

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आश्विन मास शुक्ल पक्ष की पापांकुशा एकादशी (Ashvin Maas Shukla Paksh Ki Paapaankusha Ekaadashi)

युधिष्ठिर ने फिर पूछा-जनार्दन ! अब आप कृपा कर आश्विन शुक्ल एकादशी का नाम और माहात्म्य मुझे सुनाइये। भगवान् कृष्ण बोले राजन् !

गौरी के लाड़ले (Gauri Ke Ladle)

गौरी के लाड़ले,
महिमा तेरी महान,

अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां (Amba Mai Utari Hai Baag Me)

अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां।
(मैय्या, अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां।)

वैशाख कृष्ण बरूथिनी नाम एकादशी (Veshakh Krishn Barothini Naam Ekadashi)

भगवान् कृष्ण ने कहा- हे पाण्डुनन्दन ! अब मैं तुम्हें बरूथिनी एकादशी व्रत का माहात्म्य सुनाता हूँ सुनिये।

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