मेरे प्रभु राम आये हैं(Mere Prabhu Ram Aye Hain)

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

राम लक्ष्मण जानकी,

जय बोलो हनुमान

सिया वर रामचंद्र की जय

प्रभु रामचंद्र की जय


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध मे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


संग सिया लक्ष्मण को लेकर

अंजनी पुत्र भी आये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


कितने दिनों से बाट निहारूं

मंदिर खूब सजाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं


ऐसे बसो मन अंतर्मन प्रभुजी

राहों में दीप जलाये हैं


अवध मे होरही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

अवध हे हो रही जय जयकार

मेरे प्रभु राम आये हैं

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आईं महादेवी अवतार, भवानी मोरे अंगना में (Aayi Mahadevi Avtar, Bhawani More Angna Main)

आयी महादेवी अवतार,
भवानी मोरे अंगना में ॥

प्रथम गणराज को सुमिरूं, जो रिद्धि सिद्धि दाता है (Pratham Ganraj Ko Sumiru Jo Riddhi Siddhi Data Hai)

जो रिद्धि सिद्धि दाता है,
प्रथम गणराज को सुमिरूँ,

बसंत पंचमी क्या दान करें

बसंत पंचमी का पर्व ज्ञान, विद्या और समृद्धि का प्रतीक है। यह दिन पूरी तरह से माता सरस्वती को समर्पित है, और इस दिन उनकी पूजा का विधान है।

जब निर्वस्त्र होकर नहा रहीं गोपियों को नटखट कन्हैया ने पढ़ाया मर्यादा का पाठ

भगवान विष्णु ने रामावतार लेकर जगत को मर्यादा सिखाई और वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। वहीं कृष्णावतार में भगवान ने ज्यादातर मौकों पर मर्यादा के विरुद्ध जाकर अपने अधिकारों की रक्षा और सच को सच कहने साहस हम सभी को दिखाया।

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