ओ मैया तेरी रहमतों ने, ये करिश्मा किया (O Maiya Teri Rehmaton Ne ye Karishma Kiya)

ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


अपना बनाया,

गले से लगाया,

दे दी हमें अपनी,

ममता की छाया,

ओ मैया बुझने दिया ना,

आस वाला दीया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


पुकारा तुझे हमने,

जब जिस घड़ी है,

माँ अपने भवनों से,

तू चल पड़ी है,

हमें लड़खड़ाने से,

पहले संभाला,

सदा माँ दुखो के,

भंवर से निकाला,

माँ तेरे हाथ में,

जब मेरा हाथ है,

छू ले मुझको कहाँ,

दुःख की औकात है,

ओ मैया तेरी दया का,

हमने अमृत पिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


हाथ तेरा सदा माँ,

सर पे रहे,

सर हमेशा माँ तेरे,

दर पे रहे,

ओ मैया हर साँस हमने,

नाम तेरा लिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥

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माघ पूर्णिमा व्रत कथा

सनातन हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का काफी महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन किए गए स्नान और दान विशेष फलदायी होता है।

श्री परशुराम जी की आरती (Shri Parshuram Ji Ki Aarti)

ॐ जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी।
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Jai Shree Mahakal (जय जय श्री महाकाल)

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,
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हमारा प्यारा हिंदुद्वीप (Hamara Pyara Hindudweep)

हमारा प्यारा हिंदुद्वीप, हम हैं इसके प्रहरी और प्रदीप,
अब उठो जगो हे आर्यवीर! उत्ताल प्रचंड समरसिन्धु समीप,

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