राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा: भजन (Ram Tumhare Aane Se Sukhdham Bana Ye Jag Sara)

हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा,

संपूर्ण सनातन पुलकित है जप जप के राम तेरी माला ॥


कितने युग के संताप मिटे अब अवधपुरी हर्षाई है,

जिस दिन से राम विराजे हैं दीपों से नगरी सजाई है,

युग युग का कटा वनवास प्रभु,

बन गया है मंदिर अब न्यारा,

हे राम तुम्हारे आने से ॥


योगी संतों के भाल पर अब राम चरण रज चमक रही,

तेरे दर्शन की आस में ये प्यासी अखियां तरस रहीं,

उस रज को माथ लगा कर अब,

हर कोई बना है मतवाला,

हे राम तुम्हारे आने से ॥


इस धरा के कोने कोने में बस राम नाम की अलख जगी,

हर नैना छवि निहार रहे और नगर नगर सब डगर सजीं,

ऐसे दीपों से दीप जले,

हर ओर हुआ है उजियारा,

हे राम तुम्हारे आने से ॥

........................................................................................................
परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन (Parishram Kare Koi Kitana Bhi Lekin)

परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन,
कृपा के बिना काम चलता नहीं है ।

तू महलों में रहने वाली (Tu Mahalon Main Rahne Wali)

तू महलों में रहने वाली
मैं जोगी जट्टा धारी हूँ

संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा विधि

साल 2024 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लाखों भक्त पुरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं।

ऐसो चटक मटक सो ठाकुर (Aiso Chatak Matak So Thakur)

ऐसो चटक मटक सो ठाकुर
तीनों लोकन हूँ में नाय

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।