शंभू नाथ मेरे दीनानाथ: शिव भजन (Sambhu Nath Mere Dinanath)

शंभू नाथ मेरे दीनानाथ मेरे भोले नाथ मेरे आ जाओ,

भक्त तेरे पर विपदा भारी आके कष्ट मिटा जाओ,

ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ॥


डम डम तेरा डमरू बाजे,

जिसपे सारी सृष्टि नाचे,

मनका पड़े जब जब डमरू पे ऐसी तान सुना जाओ,

ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ॥


एक हाथ त्रिशूल विराजे,

गल सर्पों की माला साजे,

जटा में तेरी मां गंग विराजे अमृत पान करा जाओ,

ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ॥


तेरे अघोरी तुझको पूजे,

संग तेरे शमशानों में झूमे

पूरे तन पर भस्म रमा के,

मस्तक पर त्रिकुंड सजा के,

सुंदर रूप दिखा जाओ,

ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ॥

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नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली की पूजा विधि ।। (Narak Chaturdashi/Choti Diwali ki Puja Vidhi)

>> नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करने और घर के मंदिर में दीपक जलाने का विधान है।

तुम रूठे रहो मोहन (Tum Ruthe Raho Mohan)

तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुम्हे मना लेंगे,

मां खजाने बैठी खोल के(Maa Khajane Baithi Khol Ke)

शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,

गंगा से गंगाजल भरक (Ganga Se Gangajal Bharke)

गंगा से गंगाजल भरके,
काँधे शिव की कावड़ धरके,

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