शरण तेरी आयों बांके बिहारी (Sharan Teri Aayo Banke Bihari)

शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


पल पल में परदा किये जा रहे हो,

पल पल में परदा किये जा रहे हो,

नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥

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इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले( Itna to Karna Swami Jab Pran Tan Se Nikle)

इतना तो करना स्वामी,
जब प्राण तन से निकले

जिसने मरना सीखा लिया है (Jisane Marana Seekh Liya Hai)

जिसने मरना सीखा लिया है,
जीने का अधिकार उसी को ।

बसंत सम्पात 2025: महत्व और अनुष्ठान

रंग पंचमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे होली के पांचवें दिन मनाया जाता है। इसे बसंत महोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करने का महत्व बताया गया है।

हर हर शंभू - शिव भजन (Har Har Shambhu)

हर हर शंभू (शंभू) शंभू (शंभू) शिव महादेवा
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