शिव पार्वती ने तुम्हे, वरदान दे दिया (Shiv Parvati Ne Tumhe Vardan De Diya)

शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


ब्रम्हा ने वेद,

सरस्वती ज्ञान दे रही,

विष्णु के संग लक्ष्मी,

धन धान दे रही,

प्रथमेश तुम बनो,

ये अभयदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कैलाश पे तुम्हारी,

जय जयकार कर रहे,

हे गजानंद तुमको,

नमस्कार कर रहे,

सबने तुम्हारे चरणों में,

प्रणाम कर लिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


तुम अष्टविनायक,

तुम्ही बुद्धि के प्रदाता,

सब सुख प्रदान करते,

रिद्धि सिद्धि के दाता,

भक्तो की झोलियों में,

धन धान भर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कलयुग में भव से पार,

चाहो भक्तो जो जाना,

गौरी गजाननन को सदा,

मन से ही ध्याना,

भक्तो के मन में तुमने,

अपना स्थान कर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥

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राम नाम जपते है, मस्ती में रहते है(Ram Naam Japte Hai Masti Mein Rehte Hain)

राम नाम जपते है,
मस्ती में रहते है,

जय गणेश काटो कलेश (Jai Ganesh Kato Kalesh)

विघ्नहरण मंगलकरण,
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खाटू वाला खुद खाटू से, तेरे लिए आएगा(Khatu Wala Khud Khatu Se Tere Liye Aayega)

खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा,

धन्वंतरि की पूजा कैसे करें?

हिंदू धर्म में तुलसी को बेहद पुजनीय माना जाता है। तुलसी को विष्णुप्रिया और हरिप्रिया भी कहा जाता है। इतना ही नहीं, तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।

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