नवीनतम लेख

आज राम मेरे घर आए (Aaj Ram Mere Ghar Aaye)

आज राम मेरे घर आए,

मेरे राम मेरे घर आए,

नी मैं उंचिया भागा वाली,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


नी मैं राह विच नैन बिछावा,

नाल चन्दन तिलक लगावा,

नी मैं रज रज दर्शन पावा,

आज राम मेरे घर आये,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


वो जग दा पालनहारा,

नाल दुनिया दा रखवाला,

वो सबदे दुःख मिटाए,

आज राम मेरे घर आये,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


नी मैं जिंदडी कोल कुवांवा,

नाल चख चख बेर खवावा,

वो हस हस खान्दा जाए,

आज राम मेरे घर आये,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


नी मैं हृदय दा थाल बनावा,

नैना दी ज्योत जलावा,

नी मैं आरति आप ही गावा,

आज राम मेरे घर आये,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


आज राम मेरे घर आए,

मेरे राम मेरे घर आए,

नी मैं उंचिया भागा वाली,

मेरी कुटिया दे भाग जगाए,

आज राम मेरे घर आये ॥


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के उपाय

हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। मार्गशीर्ष माह में ये पर्व 22 नवंबर को मनाया जा रहा है।

भीष्म अष्टमी की पूजा विधि

सनातन धर्म में भीष्म अष्टमी का विशेष महत्व माना गया है। माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को ‘भीष्म अष्टमी’ कहा जाता है।

श्री चित्रगुप्त चालीसा (Shri Chitragupta Chalisa)

कुल गुरू को नमन कर, स्मरण करूँ गणेश ।
फिर चरण रज सिर धरहँ, बह्मा, विष्णु, महेश ।।