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मेरे तन में भी राम, मेरे मन में भी राम(Mere Tan Mein Bhi Ram Mere Maan Mein Bhi Ram)

मेरे तन में भी राम,

मेरे मन में भी राम,

रोम रोम में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे चंदा में राम,

जैसे सूरज में राम,

अम्बर तारों में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे भीलनी के राम,

जैसे मीरा के श्याम,

नर नारी में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


जैसे सीता के राम,

जैसे राधा के श्याम,

पत्ते पत्ते में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥


मेरे तन में भी राम,

मेरे मन में भी राम,

रोम रोम में समाया तेरा नाम रे,

मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे ॥

राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक(Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik)

राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक,
तीनों लोक में छाये रही है ।

महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।

मेरी मां के बराबर कोई नहीं

ऊँचा है भवन, ऊँचा मंदिर
ऊँची है शान, मैया तेरी
चरणों में झुकें बादल भी तेरे
पर्वत पे लगे शैया तेरी

अपने प्रेमी को मेरे बाबा, इतना भी मजबूर ना कर (Apne Premi Ko Mere Baba Itna Bhi Majboor Na Kar)

अपने प्रेमी को मेरे बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर,