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प्रेम मुदित मन से कहो, राम राम राम (Prem Mudit Mann Se Kaho, Ram Ram Ram)

प्रेम मुदित मन से कहो,

राम राम राम ।

श्री राम, राम राम ।

श्री राम, राम राम ।

श्री राम, राम राम ।

जय राम, राम राम ।


पाप कटें दुःख मिटें,

लेत राम नाम ।

भव समुद्र सुखद नाव,

एक राम नाम ॥


श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम


परम शांति सुख निधान,

नित्य राम नाम ।

निराधार को आधार,

एक राम नाम ॥


श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम


परम गोप्य परम इष्ट,

मंत्र राम नाम ।

संत हृदय सदा बसत,

एक राम नाम ॥


श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम


महादेव सतत जपत,

दिव्य राम नाम ।

कासी मरत मुक्ति करत,

कहत राम नाम ॥


श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम


मात पिता बंधु सखा,

सब ही राम नाम ।

भक्त जनन जीवन धन,

एक राम नाम ॥


श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम


प्रेम मुदित मन से कहो,

राम राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

श्री राम, राम राम

जय राम, राम राम

क्षिप्रा के तट बैठे है, मेरे भोले भंडारी (Shipra Ke Tat Baithe Hai Mere Bhole Bhandari)

क्षिप्रा के तट बैठे है,
मेरे भोले भंडारी,

ललिता माता के 108 नाम

दस महाविद्याओं की साधना करना बहुत ही कठिन है लेकिन यदि साधना सफल हो जाती है तो होता है चमत्कार। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता।

गणगौर पर कुंवारी कन्याओं के लिए उपाय

गणगौर व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, यह व्रत चैत्र शुक्ल तृतीया को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए रखा जाता है।

इष्टि पौराणिक कथा और महत्व

इष्टि, वैदिक काल का एक विशेष प्रकार का यज्ञ है। जो इच्छाओं की पूर्ति और जीवन में शांति लाने के उद्देश्य से किया जाता है। संस्कृत में 'इष्टि' का अर्थ 'यज्ञ' होता है। इसे हवन की तरह ही आयोजित किया जाता है।