नवीनतम लेख

राम भी मिलेंगे तुझे, श्याम भी मिलेंगे (Ram Bhi Milenge Tujhe Shyam Bhi Milenge)

राम भी मिलेंगे तुझे,

श्याम भी मिलेंगे,

जब तुझे श्री हनुमान,

जी मिलेंगे,

राम भी मिलेंगे तुझें,

श्याम भी मिलेंगे ॥


राम और श्याम को,

बजरंगी बड़े प्यारे,

योद्धा है कन्हैया के,

राम के दुलारे,

चाहे जो बजरंगी,

राम श्याम जी मिलेंगे,

चाहे जो बजरंगी,

राम श्याम जी मिलेंगे,

राम भी मिलेंगे तुझें,

श्याम भी मिलेंगे ॥


निर्बल के बल मेरे,

वीर बजरंगी,

दुःख में हमेशा बने,

दुखियों के संगी,

प्रेम से पुकारो उस,

पल ही मिलेंगे,

प्रेम से पुकारो उस,

पल ही मिलेंगे,

राम भी मिलेंगे तुझें,

श्याम भी मिलेंगे ॥


राम को पुकारो चाहे,

श्याम को निहारो,

दोनों के लिए तो,

हनुमान को पुकारो,

‘लख्खा’ तेरे सारे सकंट,

पल में टलेंगे,

‘लख्खा’ तेरे सारे सकंट,

पल में टलेंगे,

जब तुझे श्री,

हनुमान जी मिलेंगे,

राम भी मिलेंगे तुझें,

श्याम भी मिलेंगे ॥


राम भी मिलेंगे तुझे,

श्याम भी मिलेंगे,

जब तुझे श्री हनुमान,

जी मिलेंगे,

राम भी मिलेंगे तुझे,

श्याम भी मिलेंगे ॥


चलो चलिए माँ के धाम, मैया ने बुलाया है (Chalo Chaliye Maa Ke Dham Bulawa Aaya Hai)

चलो चलिए माँ के धाम,
मैया ने बुलाया है,

मन तड़पत हरि दर्शन को आज(Mann Tarpat Hari Darshan Ko Aaj)

मन तड़पत हरि दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला (Gaura Rani Ne Japi Aisi Mala)

गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,
मिला है देखो डमरू वाला ॥

बसंत पंचमी कथा

बसंत पंचमी सनातन धर्म का विशेष पर्व है, जिसे माघ महीने में मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। इस खास दिन पर माता शारदा की पूजा की जाती है और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।