आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम,

उन बिन और सकल बेकाम ॥


कहा करूं तेरा बेद पुराना,

जिन है सकल जगत भरमाना ॥


कहा करूं तेरी अनुभै बानी,

जिनमें तेरी सुद्धि भुलानी ॥


कहा करूं ये मान बड़ाई,

राम बिना सबही दुखदाई ॥


कहा करूं तेरा सांख व जोग,

राम बिना सब बंधन रोग ॥


कहा करूं दंद्रिन का सुक्ख,

राम बिना देवा सब दुक्ख ॥


दरिया कहै राम गुरू मुखिया,

हरि बिनु दुखी राम सँग सुखिया ॥

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यह तो प्रेम की बात है उधो (Ye Too Prem Ki Baat Hai Udho)

यह तो प्रेम की बात है उधो,
बंदगी तेरे बस की नहीं है।

बृहस्पतिवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में बृहस्पतिवार का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन बृहस्पति देव, जो कि ज्ञान, शिक्षा, और बौद्धिकता के देवता हैं, को समर्पित होता है।

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय(Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai)

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय ॥ १ ॥

बाल गोपाला, प्यारे मुरारी मोरे नन्द लाला (Baal Gopala, Pyare Murari More Nandlala)

बाल गोपाला, बाल गोपाला,
प्यारे मुरारी मोरे नन्द लाला ।

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