कर दो दुखियो का दुःख दूर, ओ बाघम्बर वाले (Kar Do Dukhiyo Ka Dukh Dur O Baghambar Wale)

कर दो दुखियो का दुःख दूर,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


कोई चढ़ावे शिव जी जल की धारा,

कोई चढ़ावे कच्चा दूध,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


केसर चंदन बेल की पत्तियां,

चावल चढ़ाऊँ फल फूल,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


आक धतूरा शिव जी भोग लगत है,

भांग चढ़ाऊँ भरपूर,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


नन्दी रे गण असवार ओ शिव जी,

हाथ लिए है त्रिशूल,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


गोरे तन पर भस्मी रमावे,

गल सर्पो का हार,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


बाये अंग माता गिरिजा बिराजे,

संग में कार्तिक गणेश,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


कंचन थाल कपूर की बाती,

आरती करें नर नार,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


सेवा न जानु बाबा पूजा न जानू,

जानू सदाशिव रो नाम,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


रामदेव आया शरण तुम्हारी,

भोले शरण पड़े की रखो लाज,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


अर्जी हमारी भोले मर्जी तुम्हारी।

अर्जी को कर दो मन्ज़ूर,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥


कर दो दुखियो का दुःख दूर,

ओ बाघम्बर वाले,

कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,

ओ शिव शंकर भोले ॥

........................................................................................................
रहे संग तेरा नाम प्रभु हर पल मेरे जीवन में(Rahe Sang Tera Naam Prabhu Har Pal Mere Jeevan Mein)

रहे संग तेरा नाम प्रभु,
हर पल मेरे जीवन में,

कितने दिन रहेगी माघ गुप्त-नवरात्रि

सनातन हिंदू धर्म में विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं। नवरात्रि भी इन्हीं में से एक है। एक साल में 4 बार नवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से 2 नवरात्रि प्रत्यक्ष और 2 गुप्त मानी जाती हैं।

जगन्नाथ भगवान जी का भजन (Jagannath Bhagwan Ji Ka Bhajan)

चारों धाम में सबसे बड़ा है ,जगन्नाथ धाम
जगन्नाथ भगवान की, महिमा अपरम्पार

माघ माह में स्नान का क्या है धार्मिक महत्व

माघ का महीना हिंदू धर्म में पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस महीने में स्नान करने का विशेष महत्व है, जिसे माघ स्नान कहते हैं। मान्यता है कि माघ महीने में देवता पृथ्वी पर आते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने