आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए (Aarambh Kijiye, Prarambh Kijiye)

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,

त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए,

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,

त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए,


सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी

सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी

लौकिक पारलौकिक त्रिबिध ताप हो नष्ट जी

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,

संग जानकी जगदंब, शुभारंभ कीजिए,

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए

त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए,


ईसन के हैं ईस, महाराजा राजधिराज जी

ईसन के हैं ईस, महाराजा राजधिराज जी

दीनबंधु वो कृपासिंधु पतितों का रखते लाज जी

आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए

तजि काम क्रोध मद लोभ दंभ शूभारंभ कीजिए

आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए

त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए


कोटि मनोज लजावनिहारे रघुकूल राजदूलारे

कठिनभुमि कोमल पदगामी राजीव लोचनप्यारे

आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए


शिकारीनाथ अवलंब किए शुभारंभ कीजिए

आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए

त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए

........................................................................................................
बसंत पंचमी पूजा विधि

बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

नवंबर में इस दिन रखा जाएगा प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं और उनके निमित्त प्रदोष व्रत रखते हैं।

महाशिवरात्रि पौराणिक कथा

प्रत्येक महीने शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हालांकि, फाल्गुन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसे महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

सूर्य देव की आरती (Surya Dev Ki Aarti)

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।