अवध बिहारी हो, हम आए शरण तिहारी (Awadh Bihari Ho,Hum Aaye Sharan Tihari)

अवध बिहारी हो,

हम आए शरण तिहारी,

गिरवर धारी हो,

हम आए शरण तिहारी ॥


महापातकी रहा अजामिल,

उसे मिला सुरधाम,

नारायण आ गए लिया जब,

पुत्र का अपने नाम,

संकट हारी हो,

आया शरण तिहारी,

अवध बिहारी हों,

हम आए शरण तिहारी ॥


जब जल में गजराज ग्राह में,

युद्ध हुआ घनघोर,

हार गया गज तो बोला,

दौड़ो नंद किशोर,

सुदर्शन धारी हो,

आया शरण तिहारी,

अवध बिहारी हों,

हम आए शरण तिहारी ॥


हिरणाकुश प्रहलाद को जब,

बाँधा खंबे के साथ,

तब बोला प्रहलाद कहाँ हो,

आओ दीनानाथ,

शरण हितकारी हो,

आया शरण तिहारी,

अवध बिहारी हों,

हम आए शरण तिहारी ॥


अवध बिहारी हो,

हम आए शरण तिहारी,

गिरवर धारी हो,

हम आए शरण तिहारी ॥


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नैनन में श्याम समाए गयो(Nainan Me Shyam Samay Gayo)

नैनन में श्याम समाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ।

हे नाथ दया करके, मेरी बिगड़ी बना देना (Hey Nath Daya Karke Meri Bigdi Bana Dena)

हे नाथ दया करके,
मेरी बिगड़ी बना देना,

प्रभु राम का बनके दीवाना (Prabhu Ram Ka Banke Deewana)

प्रभु राम का बनके दीवाना,
छमाछम नाचे वीर हनुमाना,

जिनके हृदय हरि नाम बसे (Jinke Hriday Hari Naam Base)

जिनके हृदय हरि नाम बसे,
तिन और का नाम लिया ना लिया ।

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