बैल दी सवारी कर आया हो (Bail Di Swari Kar Aaya Ho)

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी,

भोला भंडारी मेरा,

शम्भू जटाधारी,

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी,


उचियाँ कैलाशा शिव भोले वसदा,

भगता दे जेह्डा कष्ट जो हरदा,

शंकर शंकट हरी हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


भगता दा भोला सदा रखवाला,

दुष्टा दे लई बन्दा बाला,

थूढू बाबा जटा ओह खिलारी हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


गले विच सरपा दी माला न्यारी,

मृगशाला भी लगदी प्यारी,

कैसा रूप बनाया हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


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भजहु रे मन श्री नंद नंदन (Bhajahu Re Mann Shri Nanda Nandan)

भजहु रे मन श्री नंद नंदन
अभय-चरणार्विन्द रे

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी (Aao Angana Padharo Shri Ganesh Ji)

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥

आया बुलावा भवन से (Aaya Bulawa Bhawan Se)

आया बुलावा भवन से,
मैं रह ना पाई ॥

शीतला अष्टमी 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त

शीतला अष्टमी, जिसे बसोड़ा भी कहते हैं, माता शीतला को समर्पित एक पवित्र पर्व है। यह होली के बाद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। कुछ स्थानों पर इसे होली के आठ दिन बाद पहले सोमवार या शुक्रवार को भी मनाते हैं।

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