बैल दी सवारी कर आया हो (Bail Di Swari Kar Aaya Ho)

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी,

भोला भंडारी मेरा,

शम्भू जटाधारी,

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी,


उचियाँ कैलाशा शिव भोले वसदा,

भगता दे जेह्डा कष्ट जो हरदा,

शंकर शंकट हरी हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


भगता दा भोला सदा रखवाला,

दुष्टा दे लई बन्दा बाला,

थूढू बाबा जटा ओह खिलारी हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


गले विच सरपा दी माला न्यारी,

मृगशाला भी लगदी प्यारी,

कैसा रूप बनाया हो,

मेरा भोला भंडारी,


बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी

बैल दी सवारी कर आया हो

मेरा भोला भंडारी


........................................................................................................
रामनवमी पर रामलला की पूजा विधि

देशभर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसलिए, राम भक्त पूरे साल इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है।

गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि

सनातन धर्म में गुरु ही हमें सही और गलत की समझ देते हैं और अच्छे-बुरे का अंतर सिखाते हैं। गुरुओं की महत्ता हमारी संस्कृति में सदियों से रही है। यहां तक कि गुरु को भगवान से भी ऊँचा दर्जा प्राप्त है।

भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं (Bhole Ke Kawadiya Masat Bade Matwale Hain)

चली कांवड़ियों की टोली,
सब भोले के हमजोली,

भोला भाला तू अंजनी का लाला (Bhola Bhala Tu Anjani Ka Lala)

भोला भाला तू अंजनी का लाला,
है बजरंग बाला,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने