भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा (Bhagwa Rang Chadha Hai Aisa Aur Rang Na Bhayega)

भगवा रंग चढ़ा है ऐसा,

और रंग ना भाएगा,

जय श्री राम के नाम का नारा,

घर घर से अब आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


मात्र भूमि के कण कण पर अब,

राम नाम लिखा जाएगा,

भारत माता हर्ष रही है,

श्री राम घर आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


हनुमत को रंग ऐसा चढ़ा है,

राम नाम गुण गाएगा श्री,

राम की जन्मभूमि पर,

स्वर्ण मंदिर बन जाएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


दासमोहन श्री राम की,

माला जपते ही आएगा,

विजय राव ओर सुनीता को,

भगवा रंग चढ़ जाएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


भगवा रंग चढ़ा है ऐसा,

और रंग ना भाएगा,

जय श्री राम के नाम का नारा,

घर घर से अब आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


........................................................................................................
मां लक्ष्मी पूजा विधि

दीपावली, जिसे दीपोत्सव या महालक्ष्मी पूजन का पर्व भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति का सबसे पावन त्योहारों में से एक है। यह पर्व विशेषकर धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए ही मनाया जाता है।

ॐ शंकर शिव भोले उमापति महादेव (Shankar Shiv Bhole Umapati Mahadev)

शंकर शिव भोले उमापति महादेव
शंकर शिव भोले उमापति महादेव

झोली भर लो भक्तो, दौलत बरसे भोले के दरबार (Jholi Bharlo Bhakto Daulat Barse Bhole Ke Darbar)

झोली भर लो भक्तो
दौलत बरसे भोले के दरबार,

षटतिला एकादशी मंत्र

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का काफी महत्व है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी के कहते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।