भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा (Bhagwa Rang Chadha Hai Aisa Aur Rang Na Bhayega)

भगवा रंग चढ़ा है ऐसा,

और रंग ना भाएगा,

जय श्री राम के नाम का नारा,

घर घर से अब आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


मात्र भूमि के कण कण पर अब,

राम नाम लिखा जाएगा,

भारत माता हर्ष रही है,

श्री राम घर आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


हनुमत को रंग ऐसा चढ़ा है,

राम नाम गुण गाएगा श्री,

राम की जन्मभूमि पर,

स्वर्ण मंदिर बन जाएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


दासमोहन श्री राम की,

माला जपते ही आएगा,

विजय राव ओर सुनीता को,

भगवा रंग चढ़ जाएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


भगवा रंग चढ़ा है ऐसा,

और रंग ना भाएगा,

जय श्री राम के नाम का नारा,

घर घर से अब आएगा,

अयोध्या की नगरी में अब,

केसरिया लहराएगा,

केसरिया केसरिया म्हारो,

केसरिया केसरिया ॥


........................................................................................................
वायुदेव की पूजा विधि क्या है

सनातन धर्म में वायु देवता बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वेदों में इनका कई बार वर्णन मिलता है और इन्हें भीम का पिता और हनुमान के आध्यात्मिक पिता माना जाता है। वायु पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) में से एक है और इसे जीवन का आधार माना जाता है।

राधा कौन से पुण्य किये तूने(Radha Kon Se Punya Kiye Tune)

राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

गणेश चतुर्थी व्रत कथा

गणेश चतुर्थी को गणपति जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन संपूर्ण विधि-विधान के साथ घर में एक दिन, दो दिन, तीन दिन या फिर 9 दिनों के लिए गणेश जी की स्थापना की जाती है।

दर्शन कर लो रे भक्तो, मेहंदीपुर धाम का (Darshan Kar Lo Re Bhakto Mehandipur Dham Ka)

दर्शन कर लो रे भक्तो,
मेहंदीपुर धाम का,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।