बजरंगबली मेरी नाव चली (Bajarangabali Meri Nav Chali)

बजरंगबली मेरी नाव चली,

करुना कर पार लगा देना ।

हे महावीरा हर लो पीरा,

सत्माराग मोहे दिखा देना ॥


दुखों के बादल गिर आयें,

लहरों मे हम डूबे जाएँ ।

हनुमत लाला, तू ही रखवाला,

दीनो को आज बचा लेना ॥

बजरंगबली मेरी नाव चली,

करुना कर पार लगा देना ।


सुख देवनहारा नाम तेरा,

पग पग पर सहारा नाम तेरा ।

भव भयहारी, हे हितकारी,

कष्टों से आज छुड़ा देना ॥

बजरंगबली मेरी नाव चली,

करुना कर पार लगा देना ।


हे अमरदेव, हे बलवंता,

तुझे पूजे मुनिवर सब संता ।

संकट हारना लागे शरणा,

श्री राम से मोहे मिला देना ॥

बजरंगबली मेरी नाव चली,

करुना कर पार लगा देना ।


बजरंगबली मेरी नाव चली,

करुना कर पार लगा देना ।

हे महावीरा हर लो पीरा,

सत्माराग मोहे दिखा देना ॥

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2025 की पहली शनि त्रयोदशी कब है

जब शनिवार और त्रयोदशी तिथि एक साथ आती है तो उसे शनि त्रयोदशी कहते हैं। यह एक खास दिन होता है। यह हर महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है।

श्री शनि चालीसा (Shri Shani Chalisa)

जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।
दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥

खोलो समाधी भोले शंकर, मुझे दरश दिखाओ(Kholo Samadhi Bhole Shankar Mujhe Darsh Dikhao)

खोलो समाधी भोले शंकर,
मुझे दरश दिखाओ,

श्री रुद्राष्टकम् (Shri Rudrashtakam)

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।

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