बम बाज रही भोले की, चारों दिशाएं - भजन (Bam Baj Rahe Bhole Ki Charo Dishaye)

बम बाज रही भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


अरे कौना ने बो दए धतूरा,

अरे कौना ने बो दई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


मोरे भोला ने बो दए धतूरा,

गौरा रानी ने बो दई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


अरे कौना ने सींचे धतूरा,

अरे कौना ने सींच दई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


मोरे भोला ने सींचे धतूरा,

गौरा रानी ने सींच दई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


अरे कौना ने खा लई धतूरा,

कौना ने पी लई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


अरे नंदी ने खा लई धतूरा,

मोरे भोले ने पि लई भंगिया,

बम बाज रहीं भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥


बम बाज रही भोले की,

चारों दिशाएं,

बम बाज रही ॥

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श्री शिवमङ्गलाष्टकम्

भवाय चन्द्रचूडाय निर्गुणाय गुणात्मने ।

बेगा सा पधारो जी, सभा में म्हारे आओ गणराज (Bega Sa Padharo Ji Sabha Mein Mhare Aao Ganraj)

बेगा सा पधारो जी,
सभा में म्हारे आओ गणराज,

मौनी अमावस्या पर स्नान-दान का मुहूर्त

माघ मास में आने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहा जाता है। मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन तीर्थराज प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए भारी संख्या में भक्त आते हैं।

मेरो कान्हा गुलाब को फूल (Mero Kanha Gulab Ko Phool)

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

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