भगतो को दर्शन दे गयी रे (Bhagton Ko Darshan De Gayi Re Ek Choti Si Kanya)

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या,

छोटी सी कन्या,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो ने पुछा मैया नाम तेरा क्या है,

वैष्णो नाम बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो ने पुछा मैया धाम क्या है,

परबत त्रिकुट बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो में पुछा मैया सवारी तेरी क्या है,

पीला शेर बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो में पुछा माँ प्रशाद तेरा क्या है,

हलवा पूरी चना बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो में पुछा मैया श्रृंगार तेरा क्या है,

चोला लाल बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो में पुछा मैया शस्त्र तेरा क्या है

त्रिशूल चक्र बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥

भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भक्तो ने पुछा सबसे प्यारा तेरा क्या है

भक्तो का प्यार बता गयी रे,

एक छोटी सी कन्या ॥


भगतो को दर्शन दे गयी रे,

एक छोटी सी कन्या,

छोटी सी कन्या,

एक छोटी सी कन्या ॥


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झोली भर लो भक्तो, दौलत बरसे भोले के दरबार (Jholi Bharlo Bhakto Daulat Barse Bhole Ke Darbar)

झोली भर लो भक्तो
दौलत बरसे भोले के दरबार,

परीक्षा सफलता पूजा विधि

हिंदू संस्कृति में मनुष्य के जीवन के अलग अलग पड़ावों को संस्कारों के साथ पवित्र बनाया जाता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है विद्यारंभ संस्कार । यह संस्कार बच्चों के जीवन में शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक है।

चंद्रदेव की पूजा किस विधि से करें?

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने दो पक्ष होते हैं । पहला कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। प्रत्येक पक्ष की अवधि 15 दिन की होती है।

श्री विश्वकर्मा चालीसा (Shri Vishwakarma Chalisa)

श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं, चरणकमल धरिध्यान।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान॥

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