भगवान तुम्हारे चरणों में, मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ (Bhagwan Tumhare Charno Mein Main Tumhe Rijhane Aaya Hun)

 भगवान तुम्हारे चरणों में,

मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ,

वाणी मैं तनिक मिठास नही,

पर विनय सुनाने आया हूँ ॥


प्रभु का चरणामृत लेने को,

है पास मेरे कोई पात्र नही,

आँखो के दोनो प्यालो मैं,

कुछ भीख माँगने आया हूँ,

भगवान तुम्हारे चरणो में,

मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥


तुमसे लेकर क्या भेंट धरू,

भगवान आप के चरणों में,

मैं भिक्षुक हूँ तुम दाता हो,

सम्बन्ध बताने आया हूँ,

भगवान तुम्हारे चरणो में,

मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥


सेवा को कोई वस्तु नही,

फिर भी मेरा साहस देखो,

रो रो कर आज आँसुओ का,

मैं हार चढ़ाने आया हूँ,

भगवान तुम्हारे चरणो में,

मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥


भगवान तुम्हारे चरणों में,

मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ,

वाणी मैं तनिक मिठास नही,

पर विनय सुनाने आया हूँ ॥

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फाल्गुन अमावस्या 2025 मुहूर्त और पूजा विधि

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। फाल्गुन माह में आने वाली अमावस्या तिथि को फाल्गुन अमावस्या कहा जाता है। यह दिन अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने के लिए शुभ माना जाता है। लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

महाकाल नाम जपिये, झूठा झमेला (Mahakal Naam Japiye Jutha Jhamela)

महाकाल नाम जपिये,
झूठा झमेला झूठा झमेला,

देवी लक्ष्मी स्तोत्रम्

हरिः ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्र​जाम्।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह॥

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