भोले बाबा ने पकड़ा हाथ (Bhole Baba Ne Pakda Hath)

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,

की रहता हर पल मेरे साथ,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥


जबसे इसने अपनाया है,

जीने का ढंग सिखलाया है,

मन में रहता उत्साह,

नहीं अब सुख दुःख की परवाह,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥


मैं जग में निर्भय घूम रहा,

इसकी मस्ती में झूम रहा,

इसने बदली तकदीर,

मिटाके हर मुश्किल गंभीर,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥


मिलते है इसके दीवाने,

कुछ जाने और कुछ अंजाने,

उनसे मिलता जो प्यार,

क्या देगा कोई रिश्तेदार,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥


ये प्यार बहुत ही करता है,

और भाव हृदय में भरता है,

‘बिन्नू’ का ये मनमीत,

झुमके गाऊं इसके गीत,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥


भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,

की रहता हर पल मेरे साथ,

अकेला मत समझो,

अकेला मत समझो ॥

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जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो(Jis Desh Mein Jis Vesh Main Raho)

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

अरे रे मेरा बजरंग बाला (Are Re Mera Bajrang Bala)

अरे रे मेरा बजरंग बाला,
सभी का है रखवाला,

आज है जानकी जयंती 2025

हिंदू धर्म में जानकी जयंती का बहुत महत्व है। इस पर्व को माता सीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। साल 2025 में जानकी जयंती आज यानी 21 फरवरी, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

जिनके हृदय श्री राम बसे(Jinke Hridey Shri Ram Base)

जिनके हृदय श्री राम बसे,
उन और को नाम लियो ना लियो ।

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