भोले तेरी माया अजब निराली है (Bhole Teri Maya Ajab Nirali Hai)

भोले तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है,

हे शिव शम्भू भोले शंकर,

नाम जपूँ नित तेरा बन कर,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


भोले तेरे दर पे,

आस लेके आया हूँ,

किस्मतों का मारा मैं,

विश्वास लेके आया हूँ,

किस्मतो की डोर अब,

तेरे ही सहारे है,

अंधरे भी ओझल तेरे,

नाम से उजाले है,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


तू ही है धरम मेरा,

तू ही है करम मेरा,

तू ही है किनारा ,

तू ही है सहारा,

तू ही है हमारा देव,

तेरे ही जाप से कटते पाप मेरे,

तू ही है किनारा,

तू ही है सहारा,

तू ही है हमारा देव ॥


भोले तेरे नाम से,

मेरी ये कहानी है,

तेरी ही कृपा से रोशन,

मेरी ज़िंदगानी है,

तेरी ही कृपा से रोशन,

मेरा ये जहाँ है,

तेरी ही कृपा ना हो तो,

मैं कुछ कहाँ हूँ,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


भोले तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है,

हे शिव शम्भू भोले शंकर,

नाम जपूँ नित तेरा बन कर,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥

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महाशिवरात्रि पर बन रहा अद्भुत संयोग

इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 दिन बुधवार को मनाई जाएगी। ज्योतिष आचार्यों की मानें तो इस बार महाशिवरात्रि के दिन बुध देव का शनि की राशि कुंभ में उदय हो रहा है।

भोले बाबा से जिनका सम्बन्ध है (Bhole Baba Se Jinka Samband Hai)

भोले बाबा से जिनका सम्बन्ध है,
उनके घर में आनंद ही आनंद है ॥

अथ वेदोक्तं रात्रिसूक्तम् (Ath Vedokta Ratri Suktam)

वेदोक्तम् रात्रि सूक्तम् यानी वेद में वर्णन आने वाले इस रात्रि सूक्त का पाठ कवच, अर्गला और कीलक के बाद किया जाता है। इसके बाद तन्त्रोक्त रात्रि सूक्त और देव्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् का पाठ किया जाता है।

श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम्

ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयामदेवाः भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः।
स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाꣳ सस्तनूभिःव्यशेम देवहितं यदायुः॥

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