भोले तेरी माया अजब निराली है (Bhole Teri Maya Ajab Nirali Hai)

भोले तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है,

हे शिव शम्भू भोले शंकर,

नाम जपूँ नित तेरा बन कर,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


भोले तेरे दर पे,

आस लेके आया हूँ,

किस्मतों का मारा मैं,

विश्वास लेके आया हूँ,

किस्मतो की डोर अब,

तेरे ही सहारे है,

अंधरे भी ओझल तेरे,

नाम से उजाले है,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


तू ही है धरम मेरा,

तू ही है करम मेरा,

तू ही है किनारा ,

तू ही है सहारा,

तू ही है हमारा देव,

तेरे ही जाप से कटते पाप मेरे,

तू ही है किनारा,

तू ही है सहारा,

तू ही है हमारा देव ॥


भोले तेरे नाम से,

मेरी ये कहानी है,

तेरी ही कृपा से रोशन,

मेरी ज़िंदगानी है,

तेरी ही कृपा से रोशन,

मेरा ये जहाँ है,

तेरी ही कृपा ना हो तो,

मैं कुछ कहाँ हूँ,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥


भोले तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है,

हे शिव शम्भू भोले शंकर,

नाम जपूँ नित तेरा बन कर,

भोलें तेरी माया अजब निराली है,

अजब निराली है ॥

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हम नैन बिछाए हैं, हे गणपति आ जाओ (Hum Nain Bichaye Hai Hai Ganpati Aa Jao)

हम नैन बिछाए है,
हे गणपति आ जाओ ॥

अन्नपूर्णा जयंती पर बन रहा ये दुर्लभ योग

वैदिक पंचांग के अनुसार 15 दिसंबर को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाएगी। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा और भगवान शिव की पूजा होती है।

किस दिन रखा जाएगा माघ माह का प्रदोष व्रत?

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सोमवती अमावस्या पर पितृ चालीसा का पाठ

साल 2024 की पौष माह की अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है। यह साल 2024 की आखिरी अमावस्या होने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।

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