बिगड़ी बनाने आजा, एक बार मेरी मैया (Bigdi Banane Aaja Ek Baar Meri Maiya)

फूलों से सजाया है,

दरबार मेरी मैया,

बिगड़ी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


माँ के दरबार में जो,

भक्त सर झुकाते हैं,

वो रोते रोते आते,

हंसते हुए जाते है,

तेरे चरण से जिंदगी,

उजियार मेरी मैया,

बिगडी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


माँ के दरबार में जो,

सच्चे मन से आते हैं,

मां के दरबार में जो,

हाजिरी लगाते है,

कर दे करम तू मुझ पर,

एक बार मेरी मैया,

बिगडी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


फूलों से सजाया है,

दरबार मेरी मैया,

बिगड़ी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥

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गाइये गणपति सुबहो शाम(Gaiye Ganpati Subaho Shaam)

गाइये गणपति सुबहो शाम,
मंगलमूर्ति मंगलकारी,

चैत्र माह की पौराणिक कथा

नवरात्रि का अर्थ नौ रातें होता है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है। उनके नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्र का खास महत्व है।

प्रभु के चरणों से सच्चा प्यार: भजन (Parbhu Ke Charno Se Sachha Pyar)

प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये,
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये ॥

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