बिगड़ी बनाने आजा, एक बार मेरी मैया (Bigdi Banane Aaja Ek Baar Meri Maiya)

फूलों से सजाया है,

दरबार मेरी मैया,

बिगड़ी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


माँ के दरबार में जो,

भक्त सर झुकाते हैं,

वो रोते रोते आते,

हंसते हुए जाते है,

तेरे चरण से जिंदगी,

उजियार मेरी मैया,

बिगडी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


माँ के दरबार में जो,

सच्चे मन से आते हैं,

मां के दरबार में जो,

हाजिरी लगाते है,

कर दे करम तू मुझ पर,

एक बार मेरी मैया,

बिगडी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥


फूलों से सजाया है,

दरबार मेरी मैया,

बिगड़ी बनाने आजा,

एक बार मेरी मैया ॥

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बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं

बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।
बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।
बारिशों की छम छम में तेरे दर पे आए हैं।

नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो (Nagri Ho Ayodhya Si, Raghukul Sa Gharana Ho)

नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो ।

चैत कृष्ण पापमोचनी एकादशी (Chait Krishna Papamochani Ekadashi)

इतनी कथा सुनकर महाराज युधिष्ठिर बोले हे भगवन् ! आपके श्रीमुख से इन पवित्र कथाओं को सुन मैं कृतकृत्य हो गया।

भज गोविन्दम्, भज गोविन्दम् - भजन (Bhaja Govindam, Bhaja Govindam)

भज गोविन्दम् भज गोविन्दम्,
गोविन्दं भज मूढ़मते।

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