दादी झुंझुनू बुलाए, मेरा मन हर्षाये (Dadi Jhunjhunu Bulaye Mera Man Harshaye)

दादी झुंझुनू बुलाए,

मेरा मन हर्षाये,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


झुंझुनू वाली तेरी शान निराली है,

अपने भक्तों की करती रखवाली है,

चलो चले मिल सब प्यार से,

दादी जी के द्वार पे,

चलो धोक लगाएं,

चलो दर्शन पाए,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


सिर पर चुनर तारों वाली सोहे हैं,

दमदम मुखड़ा सबके मन को मोहे हैं,

गल मोतियन के हार हैं,

पग पायल की झंकार है,

माथे बिंदिया लगाए,

हाथ चुड़ा सजाए,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


दादी झुंझुनू बुलाए,

मेरा मन हर्षाये,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


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दिवाली पूजन कथा

सनातन धर्म में दिवाली का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।

मै चाहूं सदा दर तेरे आना (Main Chahu Sada Dar Tere Aana)

मैं चाहूँ सदा दर तेरे आना,
तू यूँ ही बुलाना दातिए,

करूँ वंदन हे शिव नंदन (Karu Vandan Hey Shiv Nandan )

करूँ वंदन हे शिव नंदन,
तेरे चरणों की धूल है चन्दन,

राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे(Ram Ke Dulare, Mata Janki Ke Pyare)

जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम

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