डमरू वाले आजा, तेरी याद सताए (Damru Wale Aaja Teri Yaad Sataye)

डमरू वाले आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


मन ये पुकारे दिल के सहारे,

नैना हमारे तेरा रस्ता निहारे,

हर पल विचारे,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


दिल कि ये धड़कन,

गीत तेरे गाये,

रोती है अखियाँ नीर बहाए,

कैसे समझाये,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


डमरू वाले आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


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ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ (Aisa Darbar Kahan Aisa Datar Kaha)

ऐसा दरबार कहाँ,
ऐसा दातार कहाँ,

राम नाम लड्डू, गोपाल नाम घी(Ram Naam Ladd, Gopal Naam Gee)

जय सीता राम की। जय राधे श्याम की ॥
राम नाम लड्डू, गोपाल नाम घी ।

मैया जी घर आए (Maiya Ji Ghar Aaye)

मैया जी घर आए,
गौरी माँ, माँ शारदा,

बसंत पंचमी कथा

बसंत पंचमी सनातन धर्म का विशेष पर्व है, जिसे माघ महीने में मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। इस खास दिन पर माता शारदा की पूजा की जाती है और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।

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