खाटु वाला श्याम, सपने में आता है(Khatu Wala Shyam Sapne Mein Aata Hai)

खाटू वाला श्याम,

सपने में आता है ॥


दोहा – किसी के कान में हीरा,

किसी के हाथ में हीरा,

मुझे हीरे से क्या लेना,

मेरा तो श्याम है हीरा ॥


खाटू वाला श्याम,

सपने में आता है,

सर पे हाथ फिराकर,

मुझको गले लगाता है,

मेरा खाटूवाला श्याम,

मेरा लीले वाला श्याम ॥


प्रेमियों बाबा के दर पे,

ज़रा एक बार आ जाओ,

बात जो दिल में हो अपनी,

मेरे बाबा को बतलाओ,

सुनता है सबकी,

ये झोली भरने वाला है,

सर पे हाथ फिराकर,

मुझको गले लगाता है,

मेरा खाटूवाला श्याम,

मेरा लीले वाला श्याम ॥


श्याम की भक्ति कर प्यारे,

तेरा जीवन संवर जाए,

बिना माझी के फिर कैसे,

ये नैया पार हो जाए,

बीच भवर नैया को,

निकाल देता है,

सर पे हाथ फिराकर,

मुझको गले लगाता है,

मेरा खाटूवाला श्याम,

मेरा लीले वाला श्याम ॥


मेरे अपनों से बढ़कर के,

सहारा श्याम देता है,

ज़िन्दगी भर जीने का,

वो गुज़ारा श्याम देता है,

रुकता नहीं मेरा,

हर काम होता है,

सर पे हाथ फिराकर,

मुझको गले लगाता है,

मेरा खाटूवाला श्याम,

मेरा लीले वाला श्याम ॥


खाटु वाला श्याम,

सपने में आता है,

सर पे हाथ फिराकर,

मुझको गले लगाता है,

खाटूवाला श्याम,

मेरा लीले वाला श्याम ॥

........................................................................................................
भोले बाबा ने पकड़ा हाथ (Bhole Baba Ne Pakda Hath)

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,
की रहता हर पल मेरे साथ,

यगोविंदा आला रे आला(Govinda Aala Re Aala)

गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला

कंस वध मनाने की परंपरा (Kans Vadh Manane Ki Parampara)

दीपोत्सव यानी दिवाली के ठीक 10वें दिन एक और पर्व मनाया जाता है, जो हमें सिखाता है कि कैसे हमेशा बुराई पर अच्छाई की विजय होती है।

गजानन आ जाओ एक बार (Gajanan Aa Jao Ek Baar )

गजानन आ जाओ एक बार,
सभा में तुम्हें बुलाते है ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने