शेरावाली माँ, आए तेरे नवराते (Sherawali Ma Aaye Tere Navraate)

शेरावाली माँ,

आए तेरे नवराते,

तेरा दरबार सजा के,

तुझको भक्त बुलाते,

शेरावाली मां,

आए तेरे नवराते ॥


अंगना में देखो मैया,

रंगोली सजाई,

लाल गुलाबो वाली,

लड़िया लगाई,

माँ तेरे सेवक सारे,

आये रंग उड़ाते,

शेरावाली मां,

आये तेरे नवराते ॥


पाँव की पायल तेरी,

छम छम बाजे,

झूम के बहना सारी,

तेरे संग नाचे,

ढोली ढोल बजावे,

तेरी महिमा गाते,

शेरावाली मां,

आये तेरे नवराते ॥


नवरातों की लागे,

रात सुहानी,

गरबा लेकर घूमे,

अम्बे भवानी,

तेरे हम दर्शन करके,

मन ही मन हर्षाते,

शेरावाली मां,

आये तेरे नवराते ॥


हम बालक है तू,

माता हमारी,

चरणों में तेरे मैया,

जाए वारि वारि,

तेरी राहो में हम तो,

दिल अपना बिछाते,

शेरावाली मां,

आये तेरे नवराते ॥


शेरावाली माँ,

आए तेरे नवराते,

तेरा दरबार सजा के,

तुझको भक्त बुलाते,

शेरावाली मां,

आए तेरे नवराते ॥

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जिन भवानी माँ (Jeen Bhawani Maa)

जिन भवानी माँ,
थारी महिमा न्यारी है,

जगत के रंग क्या देखूं (Jagat Ke Rang Kya Dekhun)

जगत के रंग क्या देखूं,
तेरा दीदार काफी है ।

कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी (Kab Darshan Denge Ram Param Hitkari)

भीलनी परम तपश्विनी,
शबरी जाको नाम ।

होली से पहले आने वाला होलाष्टक क्या है

एक पौराणिक कथा है जिसके अनुसार जब प्रह्लाद भगवान विष्णु की स्तुति गाने के लिए अपने पिता हिरण्यकश्यप के सामने अड़ गए, तो हिरण्यकश्यप ने भगवान हरि के भक्त प्रह्लाद को आठ दिनों तक यातनाएं दीं।

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