दानी बड़ा ये भोलेनाथ, पूरी करे मन की मुराद (Dani Bada Ye Bholenath Puri Kare Man Ki Murad)

दानी बड़ा ये भोलेनाथ,

पूरी करे मन की मुराद,

देख ले माँग के माँग के,

तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,

तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा॥


दिन दयालु कहे इसको जमाना,

काम है इसका किस्मत जगाना,

भोले के दर पे जिसने अर्जी लगाई है,

हाथो ही हाथ हुई उसकी सुनाई है,

देख ले माँग के माँग के,

तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,

तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।

॥ दानी बड़ा ये भोलेनाथ...॥


देवो का देव तीनो लोको का स्वामी,

देखि दातारि हुई दुनिया दीवानी,

राजा बनाये पल भर में भिखारी को,

करते निहाल भोले अपने पुजारी को,

देख ले माँग के माँग के,

तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,

तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।

॥ दानी बड़ा ये भोलेनाथ...॥


भोला भाला है दिल इसका बड़ा है,

देखे कभी ना कौन लेने खड़ा है,

रावण को सोने की लंका दे डाली,

सोनू लौटाया नहीं किसी को भी खाली,

देख ले माँग के माँग के,

तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,

तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।


दानी बड़ा ये भोलेनाथ,

पूरी करे मन की मुराद,

देख ले माँग के माँग के,

तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,

तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा॥

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सजा दों उज्जैनी दरबार (Saja Do Ujjaini Darbar)

सजा दो उज्जैनी दरबार,
मेरे महाकाल आये है ॥

26 या 27 नवंबर, कब है उत्पन्ना एकादशी?

उत्पन्ना एकादशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।

काली काली अमावस की रात में, काली निकली काल भैरो के साथ में

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे नमः।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे नमः।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे नमः।

इस दिन पड़ेगी साल की आखिरी शिवरात्रि

हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व भगवान शिव को समर्पित है और हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

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