दर्शन कर लो रे भक्तो, मेहंदीपुर धाम का (Darshan Kar Lo Re Bhakto Mehandipur Dham Ka)

दर्शन कर लो रे भक्तो,

मेहंदीपुर धाम का,

डंका बाजे है यहाँ पे,

बाबा के नाम का,

दर्शन कर लो रे भक्तों,

मेहंदीपुर धाम का ॥


ये सच्चा दरबार यहाँ पे,

रहते बजरंग बाला,

अंजनी माँ के लाला,

प्रेतराज भैरो संग जी के,

भूतो का ये दीवाना,

जादू करे निराला,

चर्चा है भारी है जग में,

इनके तो काम का,

डंका बाजे है यहाँ पे,

बाबा के नाम का,

दर्शन कर लो रे भक्तों,

मेहंदीपुर धाम का ॥


इस मंदिर में आकर देखो,

मूरत राम सिया की,

मूरत राम सिया की,

बड़े ही मनभावन है भक्तो,

यहाँ पे इनकी झांकी,

सबके मन को भाति,

प्यारा नज़ारा यहाँ तो,

आठों ही याम का,

डंका बाजे है यहाँ पे,

बाबा के नाम का,

दर्शन कर लो रे भक्तों,

मेहंदीपुर धाम का ॥


ये है पंचमुखी हनुमाना,

शक्ति इनकी भारी,

ये शिव के अवतारी,

करके इनको नमन यहाँ पे,

लौटते है नर नारी,

इनकी महिमा न्यारी,

सारा ही खेल ये तो,

प्रभु श्री राम का,

डंका बाजे है यहाँ पे,

बाबा के नाम का,

दर्शन कर लो रे भक्तों,

मेहंदीपुर धाम का ॥


दर्शन कर लो रे भक्तो,

मेहंदीपुर धाम का,

डंका बाजे है यहाँ पे,

बाबा के नाम का,

दर्शन कर लो रे भक्तों,

मेहंदीपुर धाम का ॥

........................................................................................................
Gurudev Daya Karke Mujhko Apna Lena (गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना)

मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना,
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना ।

कब मनाई जाएगी धनु संक्रांति

सनातन धर्म में भगवान सूर्य को ग्रहों का राजा बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि जिसकी राशि में भगवान सूर्य शुभ होते हैं, उसका सोया हुआ भाग्य भी जाग उठता है।

करनल करुणा-सिंधु कहावै (Karnal Karuna Sindhu Kahavai)

देवी मढ़ देसाण री,
मेह दुलारी माय ।

Chhath Puja 2025 (छठ पूजा 2025 कब है?)

भारत देश त्योहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का अपना महत्व और पूजा विधि है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है छठ पूजा है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने