गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं (Gajmukham Dvibhujam Deva Lambodaram)

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥


कौन कहते है गणराज आते नही,

भाव भक्ति से उनको बुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज खाते नही,

भोग मोदक का तुम खिलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज सोते नही,

माता गौरा के जैसे सुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज नाचते नही,

रिद्धि सिद्धि के जैसे नचाते नही ॥


गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

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मन बस गयो नन्द किशोर बसा लो वृन्दावन में(Man Bas Gayo Nand Kishor Basalo Vrindavan Mein)

मन बस गयो नन्द किशोर,
अब जाना नहीं कही और,

मन की मुरादें, पूरी कर माँ(Mann Mi Muraden Poori Kar Maa)

मन की मुरादें, पूरी कर माँ,
दर्शन करने को मैं तो आउंगी ।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें चालीसा पाठ

मार्गशीर्ष पूर्णिमा इस वर्ष 15 दिसंबर को मनाई जा रही है। यह पर्व हिन्दू धर्म में लक्ष्मीनारायण की पूजा का एक पवित्र और शुभ अवसर है।

यशोमती नन्दन बृजबर नागर (Yashomati Nandan Brijwar Nagar)

यशोमती नन्दन बृजबर नागर,
गोकुल रंजन कान्हा,

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