गोरा रानी ने जपी ऐसी माला (Gaura Rani Ne Japi Aisi Mala)

गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा से बोले शम्भू काहे पुकारा,

गौरा जी बोली चाहूँ साथ तुम्हारा,

तुम जैसा नाथ नहीं कोई निराला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


महलों की रानी तू है मैं हूँ एक जोगी,

मेरे संग गौरा तुम कैसे रहोगी,

शमशान पर्वत पे मैं रहने वाला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


जहाँ रहोगे भोले मैं भी रहूंगी,

दासी तुम्हारी बनके सेवा करुँगी,

गौरा ने शिवजी को डाली वर माला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा के ह्रदय में शिव जी बसे है,

जन्मो के बंधन में दोनों बंधे है,

वैरागी दोनों ने जग को संभाला,

गोरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥


गौरा रानी ने जपी ऐसी माला,

मिला है देखो डमरू वाला ॥

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चैत्र नवरात्रि कथा

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हरियाली अमावस्या : पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पर्यावरण संरक्षण का अनोखा पर्व

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आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम,
उन बिन और सकल बेकाम ॥

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