हर घडी भोले दिल में, रहा कीजिये - भजन (Har Ghadi Bhole Dil Mein Raha Kijiye)

हर घडी भोले दिल में,

रहा कीजिये,

चरणों में प्रभु जी,

जगह दीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥


जो भी शरण में आया तुम्हारी,

उसको प्रभु जी निभाया,

जो भी शरण में आया तुम्हारी,

उसको प्रभु जी निभाया,

मुझको भी निभाना,

वचन दीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥


मुझे क्या पता है हे मेरे मालिक,

कैसे भला हो हमारा,

मुझे क्या पता है हे मेरे मालिक,

कैसे भला हो हमारा,

जो भी आप चाहे वही कीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥


जो भी किया है कैसे बताऊँ,

बताने के लायक नहीं है,

जो भी किया है कैसे बताऊँ,

बताने के लायक नहीं है,

बालक हूँ तुम्हारा क्षमा कीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥


‘बनवारी’ मेरी कोशिश यही है,

तुमको मैं अपना बना लूँ,

‘बनवारी’ मेरी कोशिश यही है,

तुमको मैं अपना बना लूँ,

कोशिश ये हमारी सफल कीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥


हर घडी भोले दिल में,

रहा कीजिये,

चरणों में प्रभु जी,

जगह दीजिये,

हर घड़ी भोले दिल में,

रहा कीजिये ॥

........................................................................................................
नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है(Naam Meri Radha Rani Ka Jis Jis NeGaya Hai)

नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,
बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,

वनदेवी की पूजा किस विधि से करें?

हिंदू धर्म में वनदेवी को जंगलों, वनस्पतियों, और वन्य जीवों की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का प्रतीक हैं। इतना ही नहीं, कई आदिवासी समुदायों में वनदेवी को आराध्य देवी के रूप में पूजा जाता है।

Sher Pe Sawar Hoke Aaja Sherawaliye (शेर पे सवार होके आजा शेरावालिए)

शेर पे सवार होके आजा शेरा वालिये। (शेर पे सवार होके आजा शेरा वालिये।)

दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी (Darshan Do Ghansyam Nath Mori Akhiyan Pyasi Re)

दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी,
अँखियाँ प्यासी रे ।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने