हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ (He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon)

हे जग स्वामी, अंतर्यामी,

तेरे सन्मुख आता हूँ ।


सन्मुख आता, मैं शरमाता

भेंट नहीं कुछ लाता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


पापी जन हूँ, मैं निर्गुण हूँ

द्वार तेरे पर आता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


मुझ पर प्रभु कृपा कीजे

पापों से पछताता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


पाप क्षमा कर दीजे मोरे,

मन से ये ही चाहता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


हे जग स्वामी, अंतर्यामी,

तेरे सन्मुख आता हूँ ।

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इतनी शक्ति हमें देना दाता(Itni Shakti Hamein Dena Data Prayer)

इतनी शक्ति हमें देना दाता,
मनका विश्वास कमजोर हो ना

दया कर दान विद्या का(Daya Kar Daan Vidya Ka Hume Parmatma Dena)

दया कर दान विद्या का,
हमें परमात्मा देना,

दिन जिंदगी के चार, चाहे कम देना (Din Jindagi ke Char Chahe kam dena)

दिन जिंदगी के चार,
चाहे कम देना,

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