हम राम जी के, राम जी हमारे हैं (Hum Ram Ji Ke Ram Ji Hamare Hain)

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


मेरे नयनो के तारे है ।

सारे जग के रखवाले है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


एक भरोसो एक बल,

एक आस विश्वास ।

एक राम घनश्याम हित,

जातक तुलसी दास ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


जो लाखो पापियों को तारे है ।

जो अधमन को उद्धारे है ।

हम उनकी शरण पधारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


शरणागत आर्त निवारे है ।

हम इनके सदा सहारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


गणिका और गिद्ध उद्धारे है ।

हम खड़े उन्हीके के द्वारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।

........................................................................................................
बिगड़ी मेरी बना दे ओ शेरो वाली मैय्या

सदा पापी से पापी को भी तुम, माँ, भव-सिंधु तारी हो फँसी मझधार में नैय्या को भी पल में उबारी हो

भानु सप्तमी पर सूर्यदेव को क्या चढ़ाएं

हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का व्रत विशेष रूप से सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष माना जाता है।

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर बन रहे मंगलकारी योग

सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान गणेश की आराधना कर सुख-समृद्धि और सफलता की कामना करते हैं। संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।

विनायक चतुर्थी का व्रत कथा

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन भक्त श्रद्धा पूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।