हम राम जी के, राम जी हमारे हैं (Hum Ram Ji Ke Ram Ji Hamare Hain)

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


मेरे नयनो के तारे है ।

सारे जग के रखवाले है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


एक भरोसो एक बल,

एक आस विश्वास ।

एक राम घनश्याम हित,

जातक तुलसी दास ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


जो लाखो पापियों को तारे है ।

जो अधमन को उद्धारे है ।

हम उनकी शरण पधारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


शरणागत आर्त निवारे है ।

हम इनके सदा सहारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


गणिका और गिद्ध उद्धारे है ।

हम खड़े उन्हीके के द्वारे है ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।


हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।

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भगवान शिव क्यों बने थे भिखारी

संसार के सभी जीव-जंतु जीवित रहने हेतु भोजन पर निर्भर रहते हैं। सनातन हिंदू धर्म में देवी अन्नपूर्णा को अन्न के भंडार और इसकी पूर्ति करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। देवी अन्नपूर्णा की पूजा के पीछे एक पौराणिक कथा है।

पूछ रही राधा बताओ गिरधारी (Pooch Rahi Radha Batao Girdhari)

पूछ रही राधा बताओ गिरधारी,
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अब ना बानी तो फिर ना बनेगी (Ab Naa Banegi Too Phir Na Banegi)

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी
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मकर संक्रांति पर तिल के लड्डू क्यों खाते हैं

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