हे जग त्राता विश्व विधाता(He Jag Trata Vishwa Vidhata)

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे।


प्रेम के सिन्धु, दीन के बन्धु,

दु:ख दारिद्र विनाशन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।


नित्य अखंड अनंन्त अनादि,

पूरण ब्रह्म सनातन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।


जग आश्रय जग-पति जग-वन्दन,

अनुपम अलख निरंजन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।


प्राण सखा त्रिभुवन प्रति-पालक,

जीवन के अवलंबन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।


हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

हे सुख शांति निकेतन हे,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

........................................................................................................
आयो फागण को त्यौहार (Aayo Fagan Ko Tyohar)

आयो फागण को त्यौहार,
नाचे ठुमक ठुमक दातार,

काल भैरव जयंती पर क्या दान करें?

मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाई जाने वाली काल भैरव जयंती भगवान शिव के पांचवें रूद्र अवतार काल भैरव की उपासना का दिन है।

तेरे दर जबसे ओ भोले, आना जाना हो गया(Tere Dar Jab Se O Bhole Aana Jana Ho Gaya)

तेरे दर जबसे ओ भोले,
आना जाना हो गया,

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो (Piyo Ji Maine Ram Ratan Dhan Payo)

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने