मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में (Main Too Aai Vrindavan Dham Kishori Tere Charanan Main)

मैं तो आई वृन्दावन धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ।

किशोरी तेरे चरनन में,

श्री राधे तेरे चरनन में ॥


ब्रिज वृन्दावन की महारानी,

मुक्ति भी यहाँ भरती पानी ।

तेरे चन पड़े चारो धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ॥


मैं तो आई वृन्दावन धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ।

किशोरी तेरे चरनन में,

श्री राधे तेरे चरनन में ॥


करो कृपा की कोर श्री राधे,

दीन जजन की ओर श्री राधे ।

मेरी विनती है आठो याम,

किशोरी तेरे चरनन में ॥


मैं तो आई वृन्दावन धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ।

किशोरी तेरे चरनन में,

श्री राधे तेरे चरनन में ॥


बांके ठाकुर की ठकुरानी,

वृन्दावन जिन की रजधानी ।

तेरे चरण दबवात श्याम,

किशोरी तेरे चरनन में ॥


मैं तो आई वृन्दावन धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ।

किशोरी तेरे चरनन में,

श्री राधे तेरे चरनन में ॥


मुझे बनो लो अपनी दासी,

चाहत नित ही महल खवासी ।

मुझे और ना जग से काम,

किशोरी तेरे चरण में ॥


मैं तो आई वृन्दावन धाम,

किशोरी तेरे चरनन में ।

किशोरी तेरे चरनन में,

श्री राधे तेरे चरनन में ॥


श्री राधे श्री राधे,

राधे राधे श्री राधे ।

श्री राधे श्री राधे,

राधे राधे श्री राधे ।

........................................................................................................
मत्स्य अवतार की पूजा कैसे करें?

मत्स्य अवतार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से प्रथम है। मत्स्य का अर्थ है मछली। इस अवतार में भगवान विष्णु ने मछली के रूप में आकर पृथ्वी को प्रलय से बचाया था।

मेरो गोपाल झूले पलना (Mero Gopal Jhule Palna)

मेरो गोपाल झूले पलना,
मदन गोपाल झूले पलना,

छठी देवी स्तोत्र (Chhathi Devi Stotram)

नमो देव्यै महादेव्यै सिद्ध्यै शान्त्यै नमो नम:।
शुभायै देवसेनायै षष्ठी देव्यै नमो नम: ।।

इस तरह मनाएं छोटी होली

छोटी होली को फागुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, इस साल ये दिन गुरुवार 13 मार्च को है। मान्यतों के अनुसार ये दिन बहुत खास होता है, इस दिन आप जो कुछ भी करते हैं उसका फल आपको पूरे वर्ष तक मिलता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने