हे राम भक्त हनुमान तुझे, मैंने तो अब पहचान लिया(Hey Ram Bhakt Hanuman Tujhe Maine To Ab Pehchan liya)

हे राम भक्त हनुमान तुझे,

मैंने तो अब पहचान लिया,

तुम दुष्ट संहारक हो तेरा,

भक्तों ने सहारा मान लिया ॥


सुग्रीव बाली से डरकर जब,

उस निर्जन गिरी पर रोता था,

तब तू ही तो धीरज देकर ही,

उसके दुखड़ो को हरता था,

फिर राम से उसे मिलाया और,

सुग्रीव को अभय प्रदान किया,

हे राम भक्त हनुमान तुम्हे,

मैंने तो अब पहचान लिया ॥


जब रावण ने मुनि वेश बना,

माता सिता को हर डाला,

हनुमत ने लंक जलाकर के,

माता का संशय हर डाला,

फिर चूड़ामणि लाए माँ की,

प्रभु मन को भी विश्राम दिया,

हे राम भक्त हनुमान तुम्हे,

मैंने तो अब पहचान लिया ॥


जब शक्ति लगी लक्ष्मणजी को,

तब तू ही बूटी लाया था,

बूटी रूपी ओषध से फिर,

लक्ष्मण का प्राण बचाया था,

तब राम ने कहा पवनसुत से,

तूने तो ऋणी ही बना डाला,

हे राम भक्त हनुमान तुम्हे,

मैंने तो अब पहचान लिया ॥


लंका में था जब युद्ध मचा,

रावण ने तुझे ललकारा था,

तब राम नाम लेकर तूने,

रावण के मुक्का मारा था,

रावण मुर्छित हो जागा तब,

बोला कपिबल ने कमाल किया,

हे राम भक्त हनुमान तुम्हे,

मैंने तो अब पहचान लिया ॥


हे राम भक्त हनुमान तुझे,

मैंने तो अब पहचान लिया,

तुम दुष्ट संहारक हो तेरा,

भक्तों ने सहारा मान लिया ॥

........................................................................................................
रामचंद्र कह गये सिया से (Ramchandra Keh Gaye Siya Se)

रामचंद्र कह गये सिया से,
हे रामचंद्र कह गये सिया से,

विजया एकादशी का व्रत फरवरी 2025

विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है।

वृंदावन जाने को जी चाहता है (Vrindavan Jane Ko Jee Chahta Hai)

वृंदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है ।

खबर मेरी ले लेना, उज्जैन के महाकाल(Khabar Meri Le Lena Ujjain Ke Mahakal)

खबर मेरी ले लेना,
उज्जैन के महाकाल ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने