हे शिवशंकर, हे करुणाकर(Hey Shivshankar Hey Karunakar)

हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता

हर हर भोले नमः शिवाय,

नमः शिवाय ओम नमः शिवाय

हे शिव शम्भू संकटहर्ता,

विघ्नविनाशी मंगलकर्ता

जिस पर होवे कृपा तुम्हारी,

पल में विपदा दूर हो सारी

तुम सुखसागर हे जगदीश्वर


हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता


देवादिदेव जय महादेवा,

सुर नर मुनि सब करते हैं सेवा

नमः शिवाय मंत्र पंचाक्षर,

जिसने जपा खुश हो गए उस पर

तुम हो दयालु हे भोलेश्वर


हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता


बम-बम भोले डमरू बोले,

तुमने द्वार दया के खोले

जो भी आया शरण तुम्हारी,

रक्षक बन गए तुम त्रिपुरारी

त्रिशूलधर हे महाकालेश्वर


हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता


ब्रह्मा विष्णु ध्यान लगावे,

वेद पुराण शास्त्र यश गावे

गिरिजापति अनन्त अविनाशी,

आनंददाता विश्वप्रकाशी

तुम सर्वेश्वर हे सोमेश्वर


हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता


पूजन किये श्रीराम तुम्हारा,

लंका जीती रावण मारा

दीनानाथ प्रभु सुखदाता ,

औघड़दानी भाग्यविधाता

तुम रामेश्वर हे भक्तेश्वर


हे शिवशंकर हे करुणाकर,

हे परमेश्वर परमपिता

हर हर भोले नमः शिवाय,

नमः शिवाय ओम नमः शिवाय

........................................................................................................
वनदेवी की पूजा किस विधि से करें?

हिंदू धर्म में वनदेवी को जंगलों, वनस्पतियों, और वन्य जीवों की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का प्रतीक हैं। इतना ही नहीं, कई आदिवासी समुदायों में वनदेवी को आराध्य देवी के रूप में पूजा जाता है।

सफला एकादशी की व्रत कथा

पौष माह के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी का व्रत रखा जाता है। सनातन धर्म में एकादशी तिथि का काफ़ी महत्व होता है।

उलझ मत दिल बहारो में (Ulajh Mat Dil Baharo Men)

उलझ मत दिल बहारो में,
बहारो का भरोसा क्या,

Hari Sundar Nand Mukunda Lyrics (हरि सुंदर नंद मुकुंदा)

हरि सुंदर नंद मुकुंदा,
हरि नारायण हरि ॐ

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने