हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा(Ho Gaye Bhav Se Par Lekar Naam Tera)

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥

वाल्मीकि अति दुखी दीन थे,

बुरे कर्म में सदा लीन थे,

करी रामायण तैयार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


थे नल-नील जाति के वानर,

राम नाम लिख दिया शिला पर,

हो गई सेना पार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


भरी सभा में द्रुपद दुलारी,

कृष्ण द्वारिकानाथ पुकारी,

बढ़ गया चीर अपार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


गज ने आधा नाम पुकारा,

गरूड़ छोड़ कर उसे उबारा,

किया ग्राह उद्धार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


मीरा गिरधर नाम पुकारी,

विष-अमृत कर दिए मुरारी,

खुलगए चारों द्वार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


राम नाम को जो कोई गावे,

अपने तीनों लोक बनावे,

है जीवन का सार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥


जिनको स्वयं तार नहीं पाये,

नाम लिये से मुक्ति पाये,

महिमा नाम अपार लेकर नाम तेरा,

हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥

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हमने ब्रज के ग्वाले से, अपना दिल लगाया है(Humne Braj Ke Gwale Se Apna Dil Lagaya Hai )

हमने ब्रज के ग्वाले से
अपना दिल लगाया है,

श्री भैरव चालीसा (Shri Bhairav ​​Chalisa)

श्री गणपति गुरु गौरी पद, प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वंदन करो, श्री शिव भैरवनाथ ॥

भजहु रे मन श्री नंद नंदन (Bhajahu Re Mann Shri Nanda Nandan)

भजहु रे मन श्री नंद नंदन
अभय-चरणार्विन्द रे

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

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