कब लोगे खबर भोले नाथ बड़ी देर भयी ( Kab Loge Khabar Bholenath Badi Der Bhayi)

कब लोगे खबर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी,

कब लोगे खबर भोले नाथ,

चलते चलते मेरे पग हारे,

कब लोगे खबर भोलेनाथ ॥


आया हूँ में भी द्वार तुम्हारे,

अपनी झोली आज पसारे,

खाली जाऊँ भला मै केसे,

तेरेदर से हे भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


अंजाना हूँ राह दिखा दो,

अब तो बाबा हाथ बढ़ालो,

मोह माया में भटका मैं प्राणी,

नही पाऊ डगर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


भक्तो को जो ठुकरावोगे,

आप बबा पछतावोगे,

खुद तुमको मनाना होगा,

रूठ जाऊँ अगर भोलेनाथ,

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी ॥


कब लोगे खबर भोले नाथ

बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी,

कब लोगे खबर भोलेनाथ,

चलते चलते मेरे पग हारे,

कब लोगे खबर भोलेनाथ ॥


........................................................................................................
शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा ॥

फुलेरा दूज का श्रीकृष्ण से संबंध

फुलेरा दूज का त्योहार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है और धूमधाम से मनाया जाता है।

निशदिन तेरी पावन (Nis Din Teri Pawan Jyot Jagaaon)

निशदिन तेरी पावन,
ज्योत जगाऊँ मैं,

नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली की पूजा विधि ।। (Narak Chaturdashi/Choti Diwali ki Puja Vidhi)

>> नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करने और घर के मंदिर में दीपक जलाने का विधान है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने