कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ (Kailash Ke Nivasi Namo Bar Bar Hoon)

कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ,

आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,

भगतो को कभी शिव ने निराश न किया,

माँगा जिसे चाहा वही वरदान दे दियां,

बड़ा है तेरा दायरा बड़ा दातार तू,

आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,


बखान क्या करू मैं रखो की ढेर का,

चुटकी कबूत में है खजाना कुबेर का,

हे गंगा धार मुक्ति धार ओम कार तू,

आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,


क्या क्या नहीं दिया है ये हम प्रमाण है,

तेरी किरपा के आसरे सारा जहां है,

ज़हर पिया जीवन दिया कितना उधार तू ,

आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,


तेरी किरपा बिना न हिले इक भी अड़हु,

लेते है सांस तेरी दया से तनु तनु,

करदे ठाठ इक वार मुझको निहार तू,

आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,


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हम नैन बिछाए हैं, हे गणपति आ जाओ (Hum Nain Bichaye Hai Hai Ganpati Aa Jao)

हम नैन बिछाए है,
हे गणपति आ जाओ ॥

सिंघ सवारी महिमा भारी: भजन (Singh Sawari Mahima Bhari)

सिंघ सवारी महिमा भारी,
पहाड़ों में अस्थान तेरा,

जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल (Jai Ho Jai Ho Teri Maa Yashoda Ke Lal)

जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,

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