खबर मेरी ले लेना, उज्जैन के महाकाल(Khabar Meri Le Lena Ujjain Ke Mahakal)

खबर मेरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


ऊँचा है नाम बाबा ऊँची है महिमा,

संग विराजे हरसिद्धि मैया,

हमें दे दो किरपा का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


जो लगावे गणपति को अर्जी,

बिगड़ी बना ना बना तेरी मर्जी,

हमें दे दो भक्ति का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


जो क्षिप्रा में डुबकी लगावे,

विपत विराल पाप डर भागे,

हमें दे दो मुक्ति का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


माँ अन्नपूर्णा मंगल करती,

किरपा करे भंडारे भरती,

गाए महिमा हम तो आज,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


खबर मेरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥

........................................................................................................
विवाह पंचमी पर शादी क्यों नहीं होती ?

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। आमतौर पर हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह तिथि नवंबर या दिसंबर के महीने में आती है।

जरा इतना बता दे कान्हा, कि तेरा रंग काला क्यों - भजन (Jara Etna Bata De Kanha Tera Rang Kala Kyo)

जरा इतना बता दे कान्हा,
कि तेरा रंग काला क्यों ।

मां सरस्वती पूजा विधि

माँ सरस्वती जो ज्ञान, संगीत, कला और शिक्षा की महादेवी मानी जाती हैं। इनकी पूजा विशेष रूप से माघ शुक्ल पंचमी यानी बसंत पंचमी के दिन की जाती है।

भानु सप्तमी पर सूर्य पूजा विधि

हिंदू धर्म में सूर्य उपासना को अत्यधिक महत्व दिया गया है। सूर्य देव को ऊर्जा, जीवन और स्वास्थ्य का कारक माना जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख