खबर मेरी ले लेना, उज्जैन के महाकाल(Khabar Meri Le Lena Ujjain Ke Mahakal)

खबर मेरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


ऊँचा है नाम बाबा ऊँची है महिमा,

संग विराजे हरसिद्धि मैया,

हमें दे दो किरपा का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


जो लगावे गणपति को अर्जी,

बिगड़ी बना ना बना तेरी मर्जी,

हमें दे दो भक्ति का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


जो क्षिप्रा में डुबकी लगावे,

विपत विराल पाप डर भागे,

हमें दे दो मुक्ति का तुम दान,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


माँ अन्नपूर्णा मंगल करती,

किरपा करे भंडारे भरती,

गाए महिमा हम तो आज,

खबर मोरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥


खबर मेरी ले लेना,

उज्जैन के महाकाल ॥

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कैला देवी चालीसा (Kaila Devi Chalisa)

जय जय कैला मात हे, तुम्हे नमाउ माथ ॥
शरण पडूं में चरण में, जोडूं दोनों हाथ ॥

देव गुरु बृहस्पति की पूजा विधि?

हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। उसी प्रकार, गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से बृहस्पति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।

सब धामों से धाम निराला, श्री वृन्दावन धाम(Sab Dhamo Se Dham Nirala Shri Vrindavan Dham)

सब धामों से धाम निराला,
श्री वृन्दावन धाम,

कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा (Kahna Ve Assan Tera Janmdin Manavna)

रीझा भरी घडी यह आई,
घर घर होई रोशनाई

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