कोई लाख करे चतुरायी (Koi Lakh Kare Chaturayi)

कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥

जरा समझो इसकी सच्चाई रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


इस दुनिया में,

भाग्य के आगे,

चले ना किसी का उपाय,

कागद हो तो,

सब कोई बांचे,

करम ना बांचा जाए,

इस दिन इसी,

किस्मत के कारण,

वन को गए थे रघुराई रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


काहे मनवा धीरज खोता,

काहे तू नाहक रोए,

अपना सोचा कभी ना होता,

भाग्य करे तो होए,

चाहे हो राजा चाहे भिखारी,

ठोकर सभी ने यहाँ खायी रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥

........................................................................................................
मनमोहन तुझे रिझाऊं तुझे नित नए लाड़ लड़ाऊं(Manmohan Tujhe Rijhaun Tujhe Neet Naye Laad Ladau)

मनमोहन तुझे रिझाऊं,
तुझे नित नए लाड़ लड़ाऊं,

क्षिप्रा के तट बैठे है, मेरे भोले भंडारी (Shipra Ke Tat Baithe Hai Mere Bhole Bhandari)

क्षिप्रा के तट बैठे है,
मेरे भोले भंडारी,

है मतवाला मेरा रखवाला (Hai Matwala Mera Rakhwala)

है मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख