मैया तेरे भक्तों को, तेरा ही सहारा है (Maiya Tere Bhakto Ko Tera Hi Sahara Hai)

मैया तेरे भक्तों को,

तेरा ही सहारा है,

तेरे बिना इस जग में,

कोई ना हमारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

मैया तेरा ठिकाना है,

दर्शन को मैया जी,

आए सारा ज़माना है,

मैया तेरे दर्शन से,

मिट जाए दुःख सारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


द्वार मेरी मैया का,

सारे जग से निराला है,

दुखियारा जो भी हो,

उसे पल में संभाला है,

मैया तेरी किरपा से,

मेरा चलता गुजारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


मतलब के लोग यहाँ,

सब मतलब के रिश्ते है,

सुख के सब साथी,

मुश्किल में ना दीखते है,

इस झूठी दुनिया में,

सच्चा प्यार तुम्हारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


जब कोई विपदा पड़ी,

मैया एक पल में आई है,

‘शिबू’ और ‘टोनी’ की,

तूने बिगड़ी बनाई है,

अब तो तेरे बिना,

हमें कुछ ना गवारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


मैया तेरे भक्तों को,

तेरा ही सहारा है,

तेरे बिना इस जग में,

कोई ना हमारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥

........................................................................................................
सोमवार व्रत कथा और महत्व

महादेव को प्रसन्न करने के लिए किसी भी विशेष पूजन की आवश्यकता नहीं होती। दरअसल, देवों के देव महादेव बहुत भोले माने जाते हैं, और उनका एक नाम भोलेनाथ भी है।

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद(Meri Balaji Sunenge Fariyad)

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,
बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

जिसके लिए हर मुश्किल, काम आसान है (Jiske Liye Har Mushkil Kaam Aasan Hai)

जिसके लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,

मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी कब है?

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि, रिद्धि-सिद्धि का देवता माना जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान से गणपति की पूजा और व्रत किया जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।